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मनोज कॉमिक्स-६८५ मनोज कॉमिक्स में तीन जासूस के नाम से कुछ कॉमिक्स छापी गयी थी। मेरा अंदाज़ा ६ कॉमिक्स छापे जाने से है हो सकता है कुछ कम कुछ ज्यादा हो। मेरा सुरु से उन कॉमिक्स के प्रति लगाव कम रहा है जो की कार्टून लगते हों जो की इसके साथ भी है वैसे कॉमिक्स की कहानियां बहुत ही अच्छी होती थी। जो की इस कॉमिक्स में भी है। ये कॉमिक्स किसी भी जासूसी कॉमिक्स की कहानी से बेहतर है। आप पढ़ेंगे तो लगेगा की वाह क्या कहानी थी। कहानी के लिहाज़ से ये कॉमिक्स बहुत अच्छी है। पढ़ने लायक। मेरे नेट कनेक्शन की प्रॉब्लम तो ख़तम होने का नाम ही नहीं ले रही है। रिलाइंस नेट कनेक्ट चलाता था उन्होंने भी ४ g के नाम से अभी बंद कर रखा है। बीएसएनएल के खिलाफ मैंने श्री रवि शंकर प्रसाद जी को मेल किया था पर वो भी कुछ नहीं कर पाए। अब तो उनका मंत्रालय बदल गया है। ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे है। १०० मीटर की केबल नहीं है बीएसएनएल के पास मेरा कनेक्शन लगाने के लिए। आप इस कॉमिक्स का आनंद ले फिर जल्द ही मिलते है
Thanks a lot :)
ReplyDeleteWelcome
DeleteThanks bhai for this gem
ReplyDeletelove this kind of kiddish stories
bhai iska cover page bhi de dein please
as per my knowledge there r 5 comics of teen jasoos apart from this
they r
01 Laal Kothi ka Rahasya
02 Kaale Sone ke Chor
03 Murdey ka Zinda Dimaag
04 Heeron ke Chor
05 Kutte ke Shikari
please correct me if i m wrong
han ji mera bhi andaja yahi tha
Deletecover ke liye abhi koi commitment nahi kar sakta
thanks bhai .depawali per milta hu aapse
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