Download 30 MB गंगा चित्रकथा-६५-दरोगा मुचड़सिंह
गंगा चित्रकथा १०० के आस-पास प्रिंट हुयी होंगी। आज की तारीख में ये सबसे द्रुलभ कॉमिक्स में से एक है। इनका मिलना सपने सच होने जैसा है।
गंगा चित्रकथा में एक से बढ़ कर एक कॉमिक्स प्रकाशित हुए थे। पर शायद बाकी कॉमिक्स के बेहतर प्रचार नीति और गजब का सेल नेटवर्क ने इन जैसी कई बेहतर पब्लिकेशन को बंद होने पर मज़बूर कर दिया। लेकिन आज जब मै इन्हे पढता हूँ तो पाता हूँ की ये कॉमिक्स बहुत ही बेहतर बानी थी। "शेरी",
"पिलपिली साहब", काका जी आदि की कहानियाँ बहुत बेहतर है। काश ये आज दुबारा रीप्रिंट हो पाती जैसे मनोज कॉमिक्स,तुलसी कॉमिक्स,राधा कॉमिक्स हो रही है।
पर सवाल तो ये भी है की अगर कोई व्यक्ति हिम्मत करके इनके प्रकाशन के राइट्स ले भी ले तो क्या वो ५०० कॉमिक्स कॉपी भी बेच पायेगा।
मुझे तो लगता है की १००० बिक जाएँगी। आपको क्या लगता है जरूर बताएं।
पवन , गोयल , प्रभात , गंगा , दुर्गा , फोर्ट अगर दुबारा रीप्रिंट हो तो क्या इनकी ५००-५०० कपीस भी नहीं बिकेंगी। मुझे तो लगता है १००० बिकेंगी।
आप अपने विचार जरूर रखे। जिससे कोई तो इनके राइट्स लेने का विचार अपने मन में लाये और हमें ये अनोखी और दुर्लभ कॉमिक्स को दुबारा पढ़ने को मिल सके।
Thanks a lot Manoj bhai🙏🙏🙏👌👌👍👍👍
ReplyDeleteWelcome Brother
Deleteमनोज भाई आपका तहे दिल से शुक्रिया,आपने बहुत सी मिसिंग कॉमिक्स शेयर कर दिल जीत लिया है,आपका योगदान अमूल्य है।
ReplyDeleteDhanyawad
ReplyDeleteWelcome
DeleteMany many thanks sir ji for today's sharing
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThank you so much Sir 🙏🙏
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanks Manoj bhai.main bhi nutan prabhat Cheenu jaisi old comics ke reprint ka intezaar kar raha hoon.bahut hi behtareen kahaniyan hain in publications ki.
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanks Manoj sir
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThank you Manoj Sir 🙏🙏🙏
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanks manoj bhai, apne jo rakesh chitrakatha Antariksh ke shukari bahut high quality me upload ki thi maja aa gya bhai lekin usme cover sirf 578×725 pixels ka hai agr cover bhi high hota to aur jada maja aata, agr aap cover bhi alag se post kar sake to jarur kijiyega.
ReplyDeleteJi bhai dekhta hun
Deleteमेरा विचार है कि अगर गंगा चित्रकथा दुबारा प्रिंट होती है तो इसके बिक्री की संख्या इसके प्रचार प्रसार पर निर्भर करेगी,
ReplyDeleteअगर कॉमिक्स प्रकाशक इनका विज्ञापन बहुत अच्छे से करे तो इसकी बिक्री में बढ़ोतरी हो सकती है। क्योंकि बहुत से व्यक्ति ऐसे होंगे जो इनको पढ़ने के लिए नहीं बल्कि इन पुराने चित्रकथा को अपने पास संजोकर रखने के लिए भी खरीदेंगे, हाँ एक बात और अगर इनका मूल्य भी अगर कम रखा जाए तो ये भी इसके बिक्री में बढ़ोतरी करेंगे, अगर देखा जाए तो मूल्य कम ही होना चाहिए क्योंकि कॉमिक्स की कहानी, इसके चित्र, इसके संवाद ये सब तो पहले से ही तैयार है इन पर प्रकाशकों का अधिक खर्च नहीं होगा।
बाकी इस दुलभ चित्रकथा के लिए धन्याद
Thanxs a lot bhai.
ReplyDeleteSar mere paas Old Raj comics ka full collection hai sar Tulsi aur Manoj comics ka old collection kaise milega
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