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Scan by-Manoj Pandey
Edited by-Shrichand Chavan
मनोज कॉमिक्स-८९८-लाशों की माला
ये कॉमिक्स कम से कम भूतों से सम्बन्ध नहीं है। और ये कॉमिक्स ९०० तक की अपलोडिंग की आखरी पेंडिंग भी है। इसे एडिट श्रीचंद जी ने किया है। कहानी अच्छी है और जो एडवेंचर को पसंद करते है उन्हें अच्छी लगेगी। चित्र अच्छे अच्छे बने है।
कहानी शुरू होती है एक जंगल में तस्करों की मुठभेड़ से। उसके बाद बचा हुवा तस्कर जंगल में भटक जाता है। जहाँ उसे एक कीमती माला नज़र आती है जिसकी रखवाली एक पुजारी कर रहा होता है। पुजारी का सारा तांत्रिक ज्ञान भी तस्कर को माला ले जाने से रोक नहीं पाता है। इस प्रयास में तस्कर के हाथ पुजारी मारा जाता है। जो वो श्राप देता है की जिसके गले में माला होगी उसकी मौत हो जाएगी। इसके बाद उस माला ने क्या क्या गुल खिलाए ये तो आप को कॉमिक्स पढ़ की ही पता लगेगा।
फिर जल्द ही दुबारा मिलते है।
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मनोज कॉमिक्स-८९८-लाशों की माला
ये कॉमिक्स कम से कम भूतों से सम्बन्ध नहीं है। और ये कॉमिक्स ९०० तक की अपलोडिंग की आखरी पेंडिंग भी है। इसे एडिट श्रीचंद जी ने किया है। कहानी अच्छी है और जो एडवेंचर को पसंद करते है उन्हें अच्छी लगेगी। चित्र अच्छे अच्छे बने है।
कहानी शुरू होती है एक जंगल में तस्करों की मुठभेड़ से। उसके बाद बचा हुवा तस्कर जंगल में भटक जाता है। जहाँ उसे एक कीमती माला नज़र आती है जिसकी रखवाली एक पुजारी कर रहा होता है। पुजारी का सारा तांत्रिक ज्ञान भी तस्कर को माला ले जाने से रोक नहीं पाता है। इस प्रयास में तस्कर के हाथ पुजारी मारा जाता है। जो वो श्राप देता है की जिसके गले में माला होगी उसकी मौत हो जाएगी। इसके बाद उस माला ने क्या क्या गुल खिलाए ये तो आप को कॉमिक्स पढ़ की ही पता लगेगा।
फिर जल्द ही दुबारा मिलते है।