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प्रभात कॉमिक्स -२४३-लालबुझकड़ उलटे लटके
ये प्रभात कॉमिक्स की हास्य कहानीयों में से एक है।कहानी शुरू होती है एक शेठ जी के लापता होने से। शेठ की पत्नी को ३६ घंटे की भी जुदाई बर्दास्त नहीं होती है और वो सनकी औरत अपनी दूसरी शादी को तैयार हो जाती है। इधर के व्यकित लालभुझकड़ के पास मदद को आता है की उसकी बेटी की शादी है और पिता पर यानि उस पर शादी में घोर संकट है। लालबुझकड़ उनके साथ जाने को तैयार हो जाता है। जब वो लोग लापता शेठ के गावं में पहुंचते है तो लालबुझकड़ जिसके साथ जा रहा था उसे गावं वाले खोया हुआ शेठ बोलकर सेठानी के सामने ले जाते है। और फिर शुरू होता है खेल। जानने के लिए पढ़े।
Thanks Bhai
ReplyDeleteThank you so much bro for posting many gems today. really appreciate. Also, request you to fix some of the old links on prabhat and Nutan. they are not working anymore.
ReplyDeleteThanxs a lot bhai.
ReplyDeleteबहोत बहोत धन्यवाद मनोजजी !!!
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