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गोयल कॉमिक्स-३१-डॉक्टरों का हत्यारा
कहानी कुछ उलझी हुयी है। कुछ दिनों में दो डॉक्टर जो मरीज़ देखने रात को किसी के घर जाते है लौटते समय उनकी लाश मिलती है। पुलिस को समझ में नहीं आता की आखिर डॉक्टरों से किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है। दोनों डॉक्टरों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं होते है। न ही कोई जबरदस्ती के निशान बस दोनों की हार्ट अटैक से मौत। पुलिस के लाख कोशिशों के बाद भी हत्या का कोई सुराग नहीं मिल रहा होता है। तो डॉक्टरों की यूनियन ये निर्णय लेती है की वो रात में किसी मरीज़ के यहाँ नहीं जायेंगे। इसके बाद की कहानी कॉमिक्स पढ़ कर देखे। कहानी ठीक है पर मुझे बहुत आकर्षित नहीं करती बस इतना है की ऊबने भी नहीं देती। थोड़ा ध्यान देने पर कहानी के आगे का अंदाज़ा लग जाता है।
कहते है अपने बुरे कर्मो का फल जरूर भुगतना पड़ता है जाहे वो कर्म किसी के अच्छे के लिए ही क्यों न किया गया हो। जैसे रामायण में "भगवान राम" बाली को पेड़ के पीछे से छुप कर मरते है जो की एक अनैतिक कार्य था। परन्तु उस अनैतिक कार्य के बिना बाली का बध संभव नहीं था। इस पर भी बहस हो सकती है की बाली को अनैतिक तरीके से मारना गलत है पर जहाँ तक मेरी समझ है। बाली शुरू से अनैतिक चाहे तो सुग्रीव से लड़ाई को ही लेकर देखे। यदि आप पहले से वरदान के कारण शक्तिशाली है तो मुकाबला बराबरी का तो हुवा नहीं तो बाली भी कही भी नैतिक तो था नहीं उसे हर लड़ाई को बिना अपने वरदान के लड़ना चाहिए था। परन्तु इसके बाद भी भगवान् राम को श्री कृष्णा अवतार में उसी तरह की मौत प्राप्त हुयी जैसे बाली को हुयी थी। मतलब अधर्म, धर्म की रक्षा के लिए किया गया हो तो वो सही है पर उस अधर्म का फल आपको भोगना जरूर पड़ता है।
धन्यवाद भाई आपकी मेहनत से 90 कॉमिक्स के साथ साल 2020 दूसरे नम्बर पर पहुँच गया है लगता है जल्दी ही 185 कॉमिक्स के साथ नम्बर 1 साल 2012 को पछाड़ देगा
ReplyDeleteWelcome brother
Deleteji ho sakta hai ki aapki baat sach ho jaye
Wah, thanks a lot again Manoj bhai🙏🙏🙏👌👌👍👍👍👍🙏🙏🙏
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanks a lot.
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThank u
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteAur bhi comics aur bal pocket books milte to acha hota
DeletePublish your book at prices as low as INR 14555. Contact Orange Publishers, the best Book Publishers in India
ReplyDeleteYeh kaise miss ho gayi mere najron se, Thanks Manoj bhai
ReplyDeleteWelcome brother
DeleteThanxs a lot bro.
ReplyDeleteबहोत बहोत धन्यवाद मनोज भाई !
ReplyDeleteआपका कार्य सराहनीय है !!!
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