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प्रभात कॉमिक्स-१६९-नानाजी और भूतों की बारात
प्रभात कॉमिक्स से मुझे कभी कोई शिकायत नहीं रही बस इतना ही है जब मैंने कॉमिक्स पढ़नी शुरू की थी उस समय ये कॉमिक्स हमारे क्षेत्र में आनी कम हो गयी थी। वैसे भी प्रभात कॉमिक्स, नूतन कॉमिक्स, नीलम कॉमिक्स,गोयल कॉमिक्स ये सीधा अपने ग्राहक से जुड़ती थी इसलिए इनका दुकानों में मिलना कम ही होता था। इनकी पुस्तकालय योजना थी जिसके कारण ये अपना ज्यादातर कार्य करते थे। पहले तो मुझे लगता था की बाद में प्रभात कॉमिक्स और नीलम कॉमिक्स पूरी तरह से बंद हो गए थे परन्तु अगर आप थोड़ा ध्यान देंगे तो ये बंद नहीं हुए थे बस नए नाम से आना सुरु हो गए थे जैसे नीलम कॉमिक्स गोयल कॉमिक्स हो गयी थी और प्रभात कॉमिक्स राधा कॉमिक्स हो गयी थी। इसलिए गोयल के कुछ चरित्र नीलम कॉमिक्स और नूतन कॉमिक्स से लिए गए थे जैसे "महाबली भूचाल" और राधा कॉमिक्स का "मिस्टर एक्स".
बात इस कॉमिक्स की करूँ तो ये "चाचा चौधरी" बनाने का प्रयास था। इसलिए नानाजी की कहानियां भी वैसे ही होती थी थोड़ी गुदगुदाती हुयी कहानियाँ।
यहाँ पर बरसवा गाँव में हर इतवार को भूतों की बारात निकलती थी जिसमे भूत खूब नाच-गाना करते थे। अगर कोई उनकी बीच पहुंच जाता था तो वो भगवान् के पास भी पहुंच जाता है। क्या रहस्य था और नानाजी ने इसे कैसे सुलझाया जानने के लिए कॉमिक्स पढ़े।
Thanks Manoj Bhai
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteWelcome Brother
ReplyDeleteबहोत बहोत धन्यवाद मनोज भाई !
ReplyDeleteआपका कार्य सराहनीय है !!!
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