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गोयल कॉमिक्स-०३३-खूनी कबूतर
सच कहूं तो इस कहानी में मुझे बिलकुल मज़ा नहीं आया। जैसे ही कहानी शुरू होती है तो तीसरे पन्ने से पता चलता है की खूनी कबूतर रेगिस्तानी डाकू का है। जबकि कवर पर कबूतर दिखाया गया था जो की तांत्रिक की कहानी का आभास दिलाता है पर कहानी में कुछ भी ऐसा नहीं है। ऐसा लग रहा था लेखक कई चीज़ो के एक साथ जोड़ दिया था। बस सब कुछ हो रहा था। मेरे हिसाब से अगर नींद न आ रही हो तो इसे पढ़ सकते है। जिंदगी में कुछ भी सही नहीं चल रहा है सब कुछ बिखरा-बिखरा लग रहा है। सब अपने हिसाब से चलना चाहते है और उनका हिसाब सही हो तो भी फिरआप के साथ कुछ भी हो जाये उन्हें फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में सभी आपको मतलबी दिखने लगते है चाहे वो सही ही क्यों न हो। कई बार आप जानते है की क्या हो रहा है और उसका परिणाम क्या होगा फिर भी आप वो काम करते जाते है। दिमाग तो रोकता है पर आपकी जो लालसा है कुछ पाने की वो आपको कुछ भी देखने का मौका नहीं देती है। पर कर्म तो कर्म ही है और अगर वो सही नहीं है तो उनका परिणाम भुगतना तो होगा ही। अभी तो लग रहा है की शायद ईश्वर ने एक और मौका दे दिया है पर फिर भी मै अपने कर्म का पूरी तरह से जिम्मेदार हूँ और उसका जो भी परिणाम होगा उसे भुगतने को तैयार हूँ।
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गोयल कॉमिक्स-०३३-खूनी कबूतर
सच कहूं तो इस कहानी में मुझे बिलकुल मज़ा नहीं आया। जैसे ही कहानी शुरू होती है तो तीसरे पन्ने से पता चलता है की खूनी कबूतर रेगिस्तानी डाकू का है। जबकि कवर पर कबूतर दिखाया गया था जो की तांत्रिक की कहानी का आभास दिलाता है पर कहानी में कुछ भी ऐसा नहीं है। ऐसा लग रहा था लेखक कई चीज़ो के एक साथ जोड़ दिया था। बस सब कुछ हो रहा था। मेरे हिसाब से अगर नींद न आ रही हो तो इसे पढ़ सकते है। जिंदगी में कुछ भी सही नहीं चल रहा है सब कुछ बिखरा-बिखरा लग रहा है। सब अपने हिसाब से चलना चाहते है और उनका हिसाब सही हो तो भी फिरआप के साथ कुछ भी हो जाये उन्हें फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में सभी आपको मतलबी दिखने लगते है चाहे वो सही ही क्यों न हो। कई बार आप जानते है की क्या हो रहा है और उसका परिणाम क्या होगा फिर भी आप वो काम करते जाते है। दिमाग तो रोकता है पर आपकी जो लालसा है कुछ पाने की वो आपको कुछ भी देखने का मौका नहीं देती है। पर कर्म तो कर्म ही है और अगर वो सही नहीं है तो उनका परिणाम भुगतना तो होगा ही। अभी तो लग रहा है की शायद ईश्वर ने एक और मौका दे दिया है पर फिर भी मै अपने कर्म का पूरी तरह से जिम्मेदार हूँ और उसका जो भी परिणाम होगा उसे भुगतने को तैयार हूँ।
Bhai, aap ise .cbr format mein upload kyun nahi karte? Use padhne mein saralta rehti hai.
ReplyDeleteBrother ye cbr or zip or cbz ek hi format hai aur ek hi software in sab ko open kar deta hai
DeleteThanks Manoj bhai for one more missing comic
ReplyDeleteWelcome brother
DeleteThanxs a lot bro.
ReplyDeleteबहोत बहोत धन्यवाद मनोज भाई !
ReplyDeleteआपका कार्य सराहनीय है !!!
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍