राधा कॉमिक्स-बौना जासूस डाइजेस्ट ०१
राधा कॉमिक्स में बौना जासूस पर बहुत पहले से काम हो रहा था। लगभग दो महीने से। जब हमने डाइजेस्ट के बारे में सोचा तो पहले ये पता करना था की बौना जासूस की कितनी कॉमिक्स प्रकाशित हुयी है फिर कितनी अपलोड हुयी है और अभी कितनी अपलोड होने बाकी है। लोगो से बात करके पता चला की बौना जासूस की लगभग ६०% अपलोड है जिसे फेनिल जी ने सबसे ज्यादा अपलोड की थी फिर मैंने और गौरव जी ने भी कुछ कॉमिक्स अपलोड की थी। जो बची हुयी कॉमिक्स थी उनमे से ज्यादातर तो मेरे पास थी। तीन कॉमिक्स जो मेरे पास नहीं थी उन्हें ढूँढना था।फिर गौरव और आशुतोष जी ने मिलकर उन कॉमिक्स को स्कैन कर दिया तो ये सेट पूरा हो गया। फिर एक नयी समस्या आ गयी वो ये थी की कुछ कॉमिक्स की स्कैनिंग ख़राब हालत में थी या फिर वो पढ़ने लायक नहीं थी और कुछ कॉमिक्स के पन्ने भी नहीं थे। तब लगभग सभी कॉमिक्स को दुबारा स्कैन करने का काम शुरू हुआ। और इस डाइजेस्ट को एडिट और सजाने का काम किया सरोज कुमार यादव जी ने। अब १० कॉमिक्स इस डाइजेस्ट में है। जो बाकी कॉमिक्स है उन की एडिटिंग चल रही है जल्द ही सारी कॉमिक्स एक साथ आप के हाथ में उच्च क्वालिटी में आपके पास होगी।
मेरे कई दिनों से ब्लॉग अपडेट न करने का कारण मेरी माता जी का स्वर्गवास होना था। मेरी माता जी पिछले ८ साल से किडनी की परेशानी से जूझ रही थी। और १८ महीने से वो (हफ्ते में दो बार) डयलिस पर थी। बुधवार और शनिवार हम उनका डयलिस करवाने ले जाते थे। इन १८ महीनों में वो तीन बार १५-१५ दिन के लिए हॉस्टिपल में एडमिट भी हुयी थी। मई में भी वो लगभग १० दिन के लिए एडमिट हुयी थी। शनिवार को उनका डयलिस हुवा था और मंगलवार को उनका स्वर्गवास हो गया यानि ३० मई को। फिर उनके पार्थिव शरीर को लेकर हम अपने गावं चले गए। वहां पर उनका विधिवत धह संस्कार किया गया। १३ को तेरवी के बाद कथा सुनकर १५ को वापस लखनऊ आ पाए। फिर तब से किसी काम में मन नहीं लग रहा था। ये समय मेरे लिए आर्थिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से बहुत बुरा है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है की ये समय कैसे निकलेगा।