मुझे बिलकुल भी याद नहीं था कि इसका पहला भाग लाशों कि झील मै पहले भी अपलोड कर चूका हूँ इसी कारण मैंने इसे दुबारा स्कैन करके १ जून को फिर अपलोड कर दिय।
काली परछाई जिसके चार पन्ने ८,९,१०,११,१२ नहीं है जिसके लिए मुझे बेहद खेद है। वैसे तो इन पन्नो के न होने से कहानी पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि इन नावेल कि कहानी पेज ५ से सुरु होती है तो उसके पहले पार्ट का विवरण ही इन पन्नो पर होगा इसलिए ज्याद तो अंतर नहीं पड़ना चाहिए। वैसे मैंने गौरव भाई से कह रखा है उनके पास ये नावेल है जब भी उन्हें समय मिलेगा वो इनके ये पन्ने मुझे दे देंगे और मै इसे फिर से अपलोड कर दूंगा।
बाकि आप सब इस नावेल का आनंद लें मै जल्द ही दूसरे अपलोड के साथ फिर मिलता हूँ ,

Thanks a lot Manoj Bhai 🌹🌹👌👌🙏🙏❤️❤️💐💐👍👍👍
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanxs Manoj bhai
ReplyDeleteWelcome Brother
DeleteThanks a lot Manoj bhai for one more BPB
ReplyDeleteWelcome bhai
DeleteNice content best co working space provider
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